THE BASIC PRINCIPLES OF HANUMAN MOHINI MANTRA

The Basic Principles Of hanuman mohini mantra

The Basic Principles Of hanuman mohini mantra

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हमारे हिंदू शास्त्रों के अनुसार किसी भी देवी या देवता की पूजा अर्चना या आराधना करने से पहले उनकी स्तुति द्वारा उनका स्मरण किया जाए तो पूजा का पूरा फल प्राप्त होता है । श्री हनुमान की पूजा करने से पहले हनुमान स्तुति मंत्र का हमेशा जब करना चाहिए। हनुमान स्तुति मंत्र से हम श्री हनुमान जी की शक्तियों का स्मरण करते हैं ।

ॐ शान्ताय नम:। ॐ मारुतात्मजाय नमः। ऊं हं हनुमते नम:।

This mantra needs to be chanted forty one times for a total period of forty one days. Once again Notice that each one this has been written to provide you with attention-grabbing educative information and not to make you exercise these approaches.

स्वापकाले प्रबोधे च यात्राकाले च य: click here पठेत्।।

कहते हैं भगवान शंकर ने सभी मंत्रों को कीलित किया है,परंतु शाबर मंत्र कीलित नही हैं .



Hanumaan beej Mantra ke jaap se hanumaan jee prasann hokar apane bhakt par apanee kripaa banaa_e rakhaten hain. Hanumaan beej Mantra snskrit

Expensive Neelji, i hope this sadhana can be achieved on any day any time but in comprehensive isolation and privateness

बुद्धिहीन तनु जानिके सुमिरौं पवन-कुमार ।



ऊँ नमो हनुमते रुद्रावताराय वज्रदेहाय वज्रनखाय वज्रमुखाय वज्ररोम्णे वज्रदन्ताय वज्रकराय वज्रभक्ताय रामदूताय स्वाहा।

इस कलियुग के सभी कष्टों से निवारण करने में हनुमान जी सर्वश्रेष्ठ हैं। दिव्य हनुमान मंत्र जप से इच्छित लाभ पाने के लिए कुछ बातों का ध्यान भी रखना होता है, जोकि हमने आगे बताई हैं।

ध्यायेतिथम् कपिवरम ह्रुति भवमयी

इस हनुमान मंत्र से पवनपुत्र हनुमान का आवाह्न करें

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